पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक: राज्य के 24 जिलों के स्वयंसेवकों ने घेरा मुख्यमंत्री का आवास
अपनी मांगों पर विचार न होने से क्षुब्ध हैं पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक
सड़क पर दिखा पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का आक्रोश
रांची:
अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर राज्य स्तरीय पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों (Panchayat
Saciwalay Svayamsevak) ने शनिवार (26 अगस्त, 2023) को रांची के मोराबादी मैदान से
एक विशाल रैली निकालकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया। इस घेराव कार्यक्रम में
झारखंड के 24 जिलों के हजारों पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक शामिल हुए। पूर्व विधायक के
एन त्रिपाठी ने भी घेराव कार्यक्रम में शिरकत की और पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों को
समर्थन देने की बात कही।
बता दें कि पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से
मुख्यमंत्री की वार्ता, स्वयंसेवकों के लिए निश्चित मानदेय लागू करने, इनकी सेवाएं
नियमित करने, इन्हें पंचायती राज विभाग अथवा किसी अन्य विभाग में समायोजित करने तथा
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का नाम बदलकर पंचायत सहायक करने की मांगों को लेकर संघ
के बैनर तले पिछले 50 दिनों से राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन जारी
है।
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने कहा कि मौजूदा
मुख्यमंत्री ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान संघ के प्रतिनिधिमंडल से वादा किया
था कि उनकी सरकार बनने पर पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों की मांगों को पूरा किया जाएगा।
सरकार बने हुए 4 वर्ष बीत गए, परंतु पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों की समस्याएं जस की
तस बनी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि संघ की ओर से सरकार से वार्ता करने की कई बार कोशिश की गई। परंतु
सरकार की ओर से अब तक वार्ता के लिए न तो संघ के किसी भी प्रतिनिधिमंडल को बुलाया
गया और न ही सरकार के किसी प्रतिनिधिमंडल अथवा प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से संघ
से वार्ता करने की कोई पहल की गई। इस कारण विवश होकर पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक
मुख्यमंत्री का आवास घेरने पहुंचे।
इस घेराव कार्यक्रम में कांग्रेस के पूर्व
विधायक के एन त्रिपाठी भी शामिल हुए। उन्होंने पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों की मांगों
का समर्थन करते हुए कहा कि वे स्वयं राज्य की महागठबंधन सरकार से पंचायत सचिवालय
स्वयंसेवकों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का निवेदन करेंगे।
उन्होंने कहा कि पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक झारखंड के स्थानीय लोग हैं, इसलिए सरकार
को इन युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। यह सरकार चुनावी घोषणा
पत्र में बार-बार कहती है कि झारखंड के हित में काम किया जा रहा है। परंतु यदि आप
झारखंड के हित में काम कर रहे हैं, तो अब तक पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों से वार्ता
कर आंदोलन को समाप्त करने की पहल क्यों नहीं की गई।
के एन त्रिपाठी ने कहा कि यदि सरकार पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों की मांगों को पूरा
नहीं करती है, तो वे स्वयं इस लड़ाई में स्वयंसेवकों का पूरा साथ देंगे। उन्होंने
सरकार से कहा कि झारखंड के गांव में रहने वाले इन भाई, बहन और बेटियों को बेवकूफ
बनाना बंद किया जाए और चुनाव के समय किए गए वादों को पूरा किया जाए।
इस घेराव कार्यक्रम में पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप
कुमार, सचिन युगल किशोर प्रसाद, कोषाध्यक्ष बाल गोविंद महतो, जिलाध्यक्ष गौतम
कुशवाहा, राजेंद्र, मिथुन, दिलीप, संतोष, वारिस, वेद प्रकाश, अजीत, सोहराब, अनिल,
प्रदीप, सूरज, वसीम, सुरेश, उमेश, जयप्रकाश, नरेश राम जाने, गोपाल, ओम प्रकाश,
अब्दुर, सूर्य मोहन, बलराम सहित हजारों पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक शामिल थे।
(अपडेटेड: 26 अगस्त 2023, 08:38 PM IST)
(विशेष खबर ब्यूरो)
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