जब हुई 7 मिनट की मौत: 'मैं शून्य में था और चंद्रमा पर यात्रा कर रहा था!'
वर्ष 2013 में 7 मिनट के लिए मर चुके थे शिव ग्रेवाल, फिर क्या हुआ
पेंटिंग के माध्यम से बताया मौत के बाद का अनुभव (Photo: PA Real Life)
नई दिल्ली: आखिर क्या हुआ था 7 मिनट की उस मौत के दौरान। जिस देह को आत्मा ने छोड़ दिया था, उसमें 7 मिनट बाद कैसे हो गई वापसी। ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका उत्तर दिया है 7 मिनट की मौत का अनुभव करने वाले लंदन निवासी शिव ग्रेवाल ने। शिव ग्रेवाल ने अपनी पेंटिंग्स के माध्यम से ऐसा अनुभव साझा किया है, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है।
लंदन निवासी 60 वर्षीय शिव ग्रेवाल ने अपनी पेंटिंग के माध्यम से अपनी मौत के 7 मिनट का अनुभव साझा किया है। आफ्टर लाइफ एक्सपीरियंस (After Life Experience) या नियर डेथ एक्सपीरियंस (Near Death Experience) कहलाने वाले इस अनुभव को लोग किसी चमत्कार से कम नहीं मानते।
शिव ग्रेवाल के साथ हुआ था असली चमत्कार (Photo: PA Real Life)
एक स्टेज एक्टर के रूप में ब्रिटेन में काम करने वाले शिव ग्रेवाल ने बताया है कि वर्ष 2013 में 9 फरवरी को उन्हें तब कार्डियक अरेस्ट आया था, जब वे अपनी पत्नी एलिसन के साथ अपने घर के पास लंच कर रहे थे। उनकी पत्नी ने एंबुलेंस को बुलाया, परंतु तब तक उनकी आत्मा उनकी देह से निकल चुकी थी।
उन्होंने बताया कि समय पर इलाज न मिलने के कारण उनकी मौत हो चुकी थी। सब कुछ खत्म हो गया था। इसके बाद एंबुलेंस ने उनके मृत शरीर को उनके घर पहुंचाया। लेकिन इसके बाद जो कुछ भी हुआ, वह किसी चमत्कार से कम नहीं था।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट में पीए रियल लाइफ साइट के माध्यम से इस संबंध में काफी जानकारी दी गई है। इसके अनुसार शिव ग्रेवाल ने कहा कि उन्हें किसी तरह पता चल चुका था कि वे मर चुके हैं। उन्हें ऐसा लगा, जैसे चीजें उनके शरीर से अलग हो गई हैं।
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शिव ग्रेवाल के अनुसार यह ऐसा था जैसे वे शून्य में हों, लेकिन उन्हें भावनाएं और संवेदनाएं महसूस हो रही थीं। उन्हें लग रहा था कि वे शरीर में नहीं हैं और पानी में तैरने जैसा अनुभव कर रहे हैं। वे भारहीन महसूस करते हुए भौतिक दुनिया से खुद को अलग अनुभव कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि एक समय तो मैं चंद्रमा पर यात्रा कर रहा था और उल्कापिंड के साथ ही संपूर्ण अंतरिक्ष को देख रहा था। उन्हें लग रहा था जैसे उनके लिए नई संभावनाएं, अलग-अलग जीवन और पुनर्जन्म का एक पूरा सेट पेश किया जा रहा हो। उन्होंने इन सभी चीजों को नकारते हुए कहा कि मैं अपने शरीर में, अपने वक्त में वापस लौटना चाहता हूं, अपने पत्नी के पास जाना चाहता हूं और जीना चाहता हूं।
इतना सब कुछ होने के दौरान एंबुलेंस उनके मृत शरीर को लेकर उनके घर पहुंची और डॉक्टर उनके दिल की धड़कनों को वापस लौटाने में सफल हुए। इसके बाद उनकी सर्जरी की गई, जो कामयाब रही। यानी 7 मिनट की मौत के बाद उन्हें फिर से नया जीवन मिल चुका था।
शिव ग्रेवाल ने बताया कि मौत के मुंह से वापस लौटने के बाद अब जीवन के प्रति उनकी धारणा बदल चुकी है। हालांकि वे वैज्ञानिक विचारधारा में विश्वास रखने वाले इंसान हैं, परंतु 7 मिनट की मौत का अनुभव करने के बाद मौत के बाद वाले जीवन (Life After Death) के प्रति उनका विश्वास और मजबूत हो गया है।
अपने इस अनुभव को लोगों तक पहुंचाने के लिए उन्होंने कला का सहारा लिया है। रीबूट टाइटल के साथ अपनी पेंटिंग्स की प्रदर्शनी में उन्होंने वह सब कुछ दिखाने की कोशिश की है, जो उनके साथ हुआ था।
(अपडेटेड: 25 अगस्त 2023, 01:52 PM IST)
(एजेंसियों के साथ विशेष खबर ब्यूरो)
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