गौरवशाली पल: चंद्रमा पर कदम रखने वाला चौथा देश बना भारत, चंद्रयान-3 ने की सफल लैंडिंग
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बना भारत
पूरी दुनिया ने भारत के 'चंद्र-विजय' को देखा लाइव
नई दिल्ली: ...और आखिरकार भारत के साढ़े 16 हजार वैज्ञानिकों की 4 साल की तपस्या पूरी हुई। भारत के चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपना कदम रखते ही पूरी दुनिया में भारत का डंका बजा दिया। अब चंदा मामा दूर के नहीं, बल्कि हमारे घर के हो चुके हैं। भारतीय चंद्रयान-3 ने बुधवार (23 अगस्त, 2023) को शाम 6:04 बजे चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर ली।
चंद्रमा पर कदम रखने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन चुका है। सबसे बड़ी बात यह है कि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का कारनामा करने वाला पहला देश बन चुका है। देश भर के 140 करोड़ लोगों की दुआएं और इसरो (ISRO) के साढ़े 16 हजार वैज्ञानिकों की मेहनत सफल हुई। वर्ष 2019 में जहां चंद्रयान-2 के असफल होने पर पूरा देश रोया था, वहीं आज पूरे देश के साथ ही विदेशों में बसे भारतीयों के लिए भी गर्व का अनुभव और जश्न मनाने का पल था।
इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन यानी इसरो के वैज्ञानिक पिछले 4 वर्षों से जो मेहनत कर रहे थे, उसे उन्होंने आज चंद्रमा पर पहुंचकर एक सफल परिणाम के रूप में बदल दिया है। अब हमारे देश के बच्चे चंद्रमा की ओर देखकर उसे केवल चंदा मामा ही नहीं कहेंगे, बल्कि उसकी ओर ताकते हुए अपने भविष्य के सपनों को पूरा करने का जोश भी दिखाएंगे।
आइए, अब आपको बताते हैं कि चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग में कौन-कौन से चरण आए:
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सबसे पहले विक्रम लैंडर ने चंद्रमा से 25 किलोमीटर की ऊंचाई से लैंडिंग की यात्रा शुरू की। अगले चरण यानी 7.4 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचने में उसे लगभग 11:30 मिनट लगे।
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7.4 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचने तक विक्रम लैंडर की गति 358 मीटर प्रति सेकंड थी। इसके बाद अगला पड़ाव 6.8 किलोमीटर का था।
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जब विक्रम लैंडर 6.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचा, तब इसकी गति कम होकर 336 मीटर प्रति सेकंड हो गई। अब अगला पड़ाव 800 मीटर का था।
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800 मीटर की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद लैंडर के सेंसर चंद्रमा की सतह पर लेजर किरणें डालकर लैंडिंग के लिए उपयुक्त स्थान खोजने लगे।
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जब लैंडर 150 मीटर की ऊंचाई पर आया तब इसकी गति 60 मीटर प्रति सेकंड हो गई।
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इसके बाद 60 मीटर की ऊंचाई पर लैंडर की गति 40 मीटर प्रति सेकंड और 10 मीटर की ऊंचाई पर इसकी गति 10 मीटर प्रति सेकंड हो गई।
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आखिरकार लैंडर ने 1.68 मीटर प्रति सेकंड की गति से चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की।
चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग को लाइव देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दक्षिण अफ्रीका से ऑनलाइन जुड़ चुके थे। 'चंद्र-विजय' के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिकों की टीम के साथ ही पूरे देश को शुभकामनाएं देते हुए इसरो की भावी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
(अपडेटेड: 23 अगस्त 2023, 06:44 PM IST)
(एजेंसियों के साथ विशेष खबर ब्यूरो)
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