चेतावनी: पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों ने 28 जुलाई को विधानसभा घेराव का किया फैसला
मांगों को लेकर 18वें दिन भी जारी रहा आंदोलन, टूट रहा है सब्र
वार्ता नहीं होने पर आंदोलन ले सकता है बड़ा रूप
रांची: राज्य स्तरीय पंचायत सचिवालय स्वंयसेवक संघ ने अपनी मांगों को लेकर आगामी 28 जुलाई को विधानसभा घेराव की बड़ी चेतावनी दी है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने सरकार को स्पष्ट लहजे में चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर विचार करते हुए उनके साथ वार्ता नहीं हुई, तो राज्य भर के पंचायत सचिवालय स्वंयसेवक 28 जुलाई को रांची पहुंचकर विधानसभा का घेराव करेंगे।
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बता दें कि राज्य स्तरीय पंचायत सचिवालय स्वंयसेवक संघ के आह्वान पर झारखंड राज्य के पंचायत स्वयंसेवक राजभवन के समक्ष 18 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। धरना-प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश सहित कई नेता शामिल होकर पंचायत सचिवालय स्वंयसेवकों की मांगों का समर्थन कर चुके हैं।
आंदोलन के दौरान स्वयंसेवकों ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, विधायक मनीष जयसवाल, दीपिका पांडेय, अंबा प्रसाद, भूषण बड़ा, नीरा यादव सहित कई विधायकों और मंत्रियों से मिलकर उन्हें अपनी मांगों से अवगत कराया है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने बताया कि पंचायत स्वयंसेवक कार्य के बदले निश्चित मानदेय, पंचायत स्वयंसेवक का नाम बदलकर पंचायत सहायक करने और आंदोलन के दौरान जिन स्वयंसेवकों के उपर केस हुए हैं, उनके ऊपर से केस को हटाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि मौसम का परवाह किए बिना 18 दिनों से पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक आंदोलन में डटे हुए हैं। अब संघ ने 28 जुलाई को विधानसभा घेराव करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जबतक सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करेगी, तबतक आंदोलन चलता रहेगा।
आंदोलन पर डटे हुए हैं पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक
चंद्रदीप कुमार ने कहा कि पंचायत सचिवालय स्वंयसेवकों का काम पंचायत सचिव स्तर पर सरकार द्वारा संचालित योजना पीएमवाईजी, समाजिक सुरक्षा, मनरेगा, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, कल्याण, आईसीडीएस का डाटाबेस तैयार कर संबंधित विभागों को उपलब्ध कराना है। इनके कामों में कृषि विभाग की विभिन्न गतिविधियों जैसे उर्वरक, बीज का वितरण, मेला का अयोजन, मनरेगा एवं वित्त आयोग के लिए स्वीकृत योजनाओं की जानकारी देना शामिल है।
उन्होंने बताया कि स्वयंसेवक ग्रामीणों को विकास एवं समाजिक सुरक्षा के विभिन्न कार्यक्रमों के प्रति जागरूक करते हैं, ताकि वे अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ उठा सकें। गांव के वंचित लोगों को योजना के प्रक्रिया में जोड़ने और सक्षम स्तर से कार्य का निष्पादन कर सहयोग प्रदान करना भी इनके काम में शामिल है।
मंगलवार को आंदोलन के 18वें दिन देवघर जिला, कोडरमा, रांची, हजारीबाग आदि स्थानों के स्वयंसेवक शामिल हुए। इनमें मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ,अब्दुल रशीद, गौतम कुमार कुशवाहा, दिलीप कुमार, पवन महतो, मोहम्मद सोहराब, प्रभात भूषण, कुंदन, अकबर ,चंद्रदेव, रोहन, खुर्शीद ,संतोष ,पिनाकी रंजन, गंगाधर, दादया, मुकेश सहित सैंकड़ों स्वयंसेवक उपस्थित थे।
(अपडेटेड: 25 जुलाई 2023, 21:08 IST)
(स्रोत: वीएनएन - भारत)
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