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'जेसीआई के आंदोलन से केंद्र सरकार हुई डिजिटल मीडिया के रजिस्ट्रेशन पर सोचने को मजबूर'

फर्जी नहीं हैं पोर्टल के पत्रकार, न की जाए इन्हें नीचा दिखाने की साजिश: अशोक झा

जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया की बैठक में शामिल पत्रकार

रांची: जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया यानी जेसीआई देशभर के पत्रकारों के हितों के लिए समर्पित है। जेसीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना द्वारा छेड़े गए आंदोलन और अभियान का ही परिणाम है कि आज केंद्र सरकार को प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तरह ही डिजिटल मीडिया की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करने के बारे में सोचने के लिए विवश होना पड़ा है।

झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित जेसीआई की झारखंड प्रदेश कार्यकारिणी समिति की बैठक को संबोधित करते हुए संस्था के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अशोक झा ने उपरोक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि जेसीआई देशभर के पत्रकारों की एक ऐसी संस्था है, जो सभी पत्रकारों के हितों के लिए आवाज बुलंद करती है।

उन्होंने कहा कि पत्रकार हितों के लिए समर्पित राष्ट्रीय संस्था जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया का स्पष्ट रूप से मानना है कि किसी भी पत्रकार के ऊपर होने वाला हमला हमारे देश के लोकतंत्र पर हमला है। जेसीआई इन मुद्दों को गंभीरता से लेती है और सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द कठोर कदम उठाने होंगे।

बैठक को संबोधित करते हुए अशोक झा ने सभी उपस्थित पत्रकारों को जेसीआई के मूल उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज कुछ तथाकथित बड़े मीडिया घराने पोर्टल के पत्रकारों को फर्जी पत्रकार साबित करने पर तुले हुए हैं, जो दुर्भाग्यजनक है। किसी भी मीडियाकर्मी द्वारा दूसरे मीडियाकर्मी को नीचा दिखाने का प्रयास अथवा साजिश करना निंदनीय है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आज पत्रकारों को भी दो हिस्सों में बांट दिया गया है। कुछ घरानों से जुड़े पत्रकारों को मान्यता प्राप्त पत्रकार कहा जाता है, जबकि अन्य पत्रकारों को गैर मान्यता प्राप्त अथवा फर्जी पत्रकार साबित करने की होड़ मची हुई है। यह स्थिति केवल तथाकथित रूप से गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए ही नहीं, बल्कि समस्त पत्रकार जगत के लिए भयावह और खतरनाक साबित हो रही है। इससे पत्रकारों के बीच आपसी वैमनस्य उत्पन्न होने का खतरा भी बढ़ रहा है।

अशोक झा ने कहा कि जेसीआई के बैनर तले हर पत्रकार को शामिल किया जाता है, उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाते हैं और सरकार से वार्ता की जाती है। जेसीआई के लिए मान्यता प्राप्त पत्रकार और गैर मान्यता प्राप्त पत्रकार में कोई अंतर नहीं है। यह यथार्थ रूप से पत्रकारिता करने वाले हर व्यक्ति का साथ देने के लिए कृतसंकल्प है।

उन्होंने कहा कि यह आपस में लड़ने का नहीं, बल्कि एकजुट होकर लंबी लड़ाई लड़ने का समय है। आज झारखंड सहित देशभर में पत्रकारों के समक्ष अनेक प्रकार की समस्याएं हैं। सच्चाई लिखने और दिखाने के कारण पत्रकारों पर जगह-जगह जानलेवा हमले हो रहे हैं। पत्रकारों और उनके परिजनों को तरह-तरह की धमकियां दी जा रही हैं और उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिशें रची जा रही हैं। यह पूरे लोकतंत्र के ऊपर एक बड़ा हमला है क्योंकि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है।

अशोक झा ने कहा कि जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना के मार्गदर्शन में आज हम सभी को एकजुट होकर स्वयं अपनी सुरक्षा और अपने अधिकारों के लिए एक लंबी लड़ाई लड़नी होगी। संस्था ने पहले भी देश के किसी भी हिस्से में पत्रकारों के साथ हुए किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है और भविष्य में भी करती रहेगी।

बैठक को संबोधित करते हुए जेसीआई के झारखंड प्रदेश संयोजक नीरज भट्टाचार्य ने पिछले एक वर्ष के दौरान झारखंड के पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार पर संस्था की प्रतिक्रिया और संस्था द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्था ने रांची, बोकारो सहित राज्य के अन्य स्थानों पर दुर्व्यवहार झेलने वाले पत्रकारों का किस तरह साथ दिया और पूरी सक्रियता के साथ पीड़ित पत्रकारों को न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

बैठक का संचालन करते हुए डॉ. विवेक पाठक ने सभी पत्रकारों से स्वयं अपने हितों की रक्षा और अपनी सुरक्षा के लिए जेसीआई से जुड़ने और इसे सशक्त बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश संगठन से जुड़ना मात्र ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि संगठन से जुड़कर अपनी आवाज बुलंद करने के लिए विभिन्न क्रियाकलापों में भी शामिल होना पड़ेगा।

उन्होंने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर राज्य के डीजीपी एवं संबंधित जिलों के उपायुक्त तथा एसएसपी से मिलकर उन्हें मांग-पत्र सौंपने की बात पर जोर डाला। उन्होंने कहा कि आवश्यकता होने पर संस्था का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से भी मिलेगा और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग करेगा।

डॉ. विवेक पाठक ने कहा कि वर्तमान में पत्रकारों के समक्ष ऐसी अनेक समस्याएं हैं, जिन पर तत्काल शासन का ध्यान दिलाया जाना आवश्यक है। आज सड़क पर निकल कर पत्रकारिता करने वाला कोई भी व्यक्ति खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता है। सरकार को इस दिशा में तत्काल ठोस कदम उठाना होगा। परंतु उससे पहले हमें जेसीआई के माध्यम से स्वयं को सशक्त बनाना होगा। उन्होंने हर महीने कम से कम एक या दो बार संगठन की समीक्षा बैठक आयोजित करने की बात पर भी जोर डाला।

जेसीआई की इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अशोक झा (पीएसए लाइव न्यूज़), प्रदेश संयोजक नीरज भट्टाचार्य (मातृभूमि लाइव), प्रदेश कार्यकारिणी समिति के सदस्य डॉ. विवेक पाठक (विशेष खबर एवं वीएनएन भारत), शुभेंदु (ऑन द स्पॉट 24), कृष्णकांत पांडेय (द ओपन न्यूज़ 24), रंजीत कुमार (गुड मॉर्निंग रांची न्यूज़), विजय कुमार (खबर आज की), उज्जवल कुमार (न्यूज़ नेशन भारत), रंजीत शर्मा (द रीयल खबर), अनुज शर्मा (राजनीति की पाठशाला) सहित कई अन्य पत्रकार शामिल थे।

(अपडेटेड: 22 नवंबर 2022, 10:15 IST)

(स्रोत: वीएनएन - भारत)

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