हुंकार: 'अनुबंध के बजाय निश्चित मानदेय पर हो शिक्षकों की भर्ती'
घंटी आधारित अनुबंध शिक्षकों ने की महत्वपूर्ण बैठक
बैठक के बाद संघ के सदस्य
रांची: रांची विश्वविद्यालय के घंटी
आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापक संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक में रांची विश्वविद्यालय
में घंटी आधारित अनुबंध शिक्षकों की बहाली को अविलंब रोकने की मांग की गई। साथ ही
एक ऐसी नई नियमावली बनाने की मांग भी की गई, जिसके तहत यूजीसी के नियमानुसार
न्यूनतम मासिक मानदेय देने की व्यवस्था हो।
बता दें कि रांची विश्वविद्यालय घंटी आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापक संघ की एक
महत्वपूर्ण बैठक डॉ. त्रिभुवन कुमार शाही की अध्यक्षता में जनजातीय एवं क्षेत्रीय
भाषा विभाग परिसर में आयोजित की गई। बैठक में शामिल संघ के सदस्यों ने एक स्वर में
कहा कि रांची विश्वविद्यालय में घंटी आधारित अनुबंध शिक्षकों की हो रही बहाली पर
तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए। साथ ही यूजीसी के नियमानुसार न्यूनतम मासिक मानदेय की
व्यवस्था वाली नई नियमावली बनाने की मांग पर भी जोर डाला गया।
बैठक में संघ के सदस्यों ने 5 नवंबर (शनिवार)
को रांची विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलकर इस संबंध में सरकार के नाम एक मांग-पत्र
सौंपने का निर्णय भी लिया गया। इस मांग-पत्र के माध्यम से विश्वविद्यालय में अनुबंध
पर शिक्षकों की बहाली बंद करने तथा निश्चित मानदेय पर शिक्षकों की बहाली करने की
मांग की जाएगी।
बैठक में शामिल संघ के सदस्यों ने कहा कि पहले से ही बहाल शिक्षकों की स्थिति
अत्यंत दयनीय है। यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो बहाली प्रक्रिया को संघ के
माध्यम से प्रभावित किया जाएगा।
(अपडेटेड: 04 नवंबर 2022, 18:18 IST)
(स्रोत: वीएनएन - भारत)
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