भद्दा मजाक: 'सीएम साहब! पढ़े-लिखे युवाओं का मजाक तो मत बनाइए'
हर साल 5 लाख नौकरी देने के बजाय युवाओं के साथ खिलवाड़: पोद्दार
हेमंत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
रांची:
भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मीडिया प्रभारी संजय पोद्दार ने झारखंड की
हेमंत सरकार पर राज्य के पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ करने और
उनका मजाक बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार इन युवाओं को शराब की
दुकानों में शराब बेचने के काम पर लगाना चाहती है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
'विशेष खबर' के साथ हुई एक विशेष मुलाकात में संजय पोद्दार ने कहा कि झारखंड
की हेमंत सरकार की दिशा किस ओर जा रही है, यह समझ ही नहीं आ रहा। सरकार चाहती है कि
जिन बच्चों ने मैट्रिक, इंटर, ग्रेजुएशन, एम. टेक आदि जैसी पढ़ाई करके अपना जीवन
संवारने का प्रयास किया है, वे नौकरी की मांग करने की बजाय शराब के सेल्समैन बन जाएं।
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने सत्ता में आने से पहले हर साल 5 लाख युवाओं
को रोजगार देने की बात कही थी। परंतु सरकार के 2 साल से अधिक के कार्यकाल के दौरान
एक भी नियुक्ति नहीं हो सकी। इसकी बजाय सरकार अब युवाओं से शराब बिकवाने की तैयारी
कर रही है। समझ ही नहीं आ रहा कि हेमंत सरकार बच्चों का भविष्य किस दिशा में मोड़ना
चाहती है।
संजय पोद्दार ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब
पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में शराब का विक्रय सरकार के हाथों होता था, तो इस
समय सत्ता में बैठे लोग ही भरपेट पानी पी-पीकर सरकार को कोसते थे और चिल्लाते थे।
उनका कहना था कि सरकार खुद ही शराब बेच रही है और सरकार के पास कोई विजन नहीं है।
परंतु पिछली सरकार ने मौजूदा सरकार की तरह यहां के बेरोजगारों का मजाक नहीं बनाया
था।
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार बनने से पहले इन्हीं लोगों ने हर साल 5 लाख युवाओं को
नौकरी और हर महीने 7000 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। यह सरकार ऐसा
कोई कार्य तो नहीं कर सकी, उल्टे यहां के युवाओं का मजाक बना रही है। आने वाले समय
में यहां के युवा ही इस सरकार को सबक सिखाएंगे।
(अपडेटेड: 26 अप्रैल 2022, 17:26 IST)
(विशेष खबर ब्यूरो)
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