संशोधित और अश्लील शब्दों पर रोक के साथ ही डायन-प्रथा के विरुद्ध लोगों को किया जाएगा जागरूक
Chakradharpur News : आदिवासी हो समाज (Adivasi Ho Samaj) ने अपने प्रमुख त्योहार ‘मगे पर्व’ के दौरान अनेक कुरीतियों के विरुद्ध बड़ा अभियान छेड़ने का निर्णय लिया है। इस क्रम में संशोधित (मोडिफायड) और अश्लील शब्दों की रोकथाम के लिए भी बड़ी तैयारी की जा रही है। इसके लिए चक्रधरपुर प्रखंड के केनके गांव में एक अभियान भी चलाया गया।
बता दें कि आदिवासी हो समाज का प्रमुख त्योहार ‘मगे पर्व’ आगामी 12 फरवरी, 2025 को मनाया जाएगा। इसे सफल बनाने और कुरीतियों को समाप्त करने के उद्देश्य से आदिवासी हो समाज युवा महासभा के बैनर तले आदिवासी हो समाज महिला महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजु सामड के नेतृत्व में अभियान की शुरुआत की गई।
Adivasi Ho Samaj News
स्व. सामड के पैतृक गांव केनके से शुरू हुआ अभियान
इस संबंध में आदिवासी हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय महासचिव गब्बर सिंह हेंब्रम ने बताया कि सामाजिक आस्था से जुड़े इस पर्व को लेकर आदिवासी हो समाज महासभा के संस्थापक अध्यक्ष स्व. सामड के पैतृक गांव केनके से इस अभियान की शुरुआत की गई।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर सामाजिक जागरूकता एवं विकास, धार्मिक एकरूपता, भाषा-संस्कृति, पहचान एवं मान्यता के आंदोलन में सहयोग, संगठन विस्तार और महासभा की सदस्यता सहित विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा भी की गई।
इस दौरान आदिवासी हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इपिल सामड, राष्ट्रीय महासचिव गब्बर सिंह हेंब्रम, आदिवासी हो समाज महासभा के संयुक्त सचिव हरीश चंद्र सामड तथा महिला महासभा की अध्यक्ष अंजु सामड ने समाज के लोगों को संबोधित करते हुए एकजुट होने की अपील की।
Adivasi Ho Samaj Demands
पलायन और डायन-प्रथा की रोकथाम पर विशेष चर्चा
गब्बर सिंह हेंब्रम ने बताया कि अभियान के दौरान सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम के तहत ग्राम सभा, पलायन पर रोकथाम, डायन-प्रथा के विरुद्ध जागरूकता, आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण, असंवैधानिक गतिविधियों, सरकारी योजनाओं के लाभ जैसे मुद्दों पर विशेष चर्चा की गई।
इस दौरान ग्रामीणों को इन मुद्दों को लेकर कोल्हान समन्वय मंच, आदिवासी हो समाज युवा महासभा, मानकी-मुण्डा संघ, नेशनल आदिवसी रिवाइवल एसोसिएशन, सिंगी एंड सिंगी सोसायटी जैसे अन्य सामाजिक संगठनों की ओर से चलाए जाने वाले अभियानों और नुक्कड़ सभा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
Adivasi Ho Samaj Mage Parva
मगे पर्व के दौरान न हो संशोधित और अश्लील शब्दों का उपयोग
आदिवासी हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय महासचिव गब्बर सिंह हेंब्रम ने बताया कि अभियान के माध्यम से अपील की गई कि ग्रामीण संपूर्ण क्षेत्र में 12 फरवरी, 2025 को अपना यह प्रमुख त्योहार ‘मगे पर्व’ पूरे विधि-विधान और सम्मानजनक रूप से मनाएं। साथ ही मगे पर्व के देशाऊली में बोंगा बुरू के दौरान संशोधित (मोडिफायड) और अश्लील शब्दों से मगे करने पर ग्राम स्तर पर रोक लगाने की अपील भी की गई।
इस मौके पर ग्रामीण मुंडा, संतोष सामड, मंत्री सामड, नईकी सामड, जुरा सामड, मुचिराम सामड, सीनुराम हांसदा, गोविंद राम हांसदा, चंद्रमोहन सुंडी, प्रधान सामड, दामोदर सामड, विशाल सामड, सोमा हेंब्रम, सुरेश पिंगुवा, अंकित सामड सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।
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-विशेष खबर ब्यूरो
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