पंचायती राज विभाग की निदेशक से मिलने के बाद प्रदेश अध्यक्ष की दो टूक – ‘आश्वासन नहीं, काम चाहिए!’
Ranchi Desk : पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ (Panchayat Sachivalaya Swayamsevak) ने कड़े तेवर अपना लिए हैं। मंगलवार को पंचायती राज विभाग की निदेशक निशा उरांव से मुलाकात के बाद संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें अब आश्वासन नहीं, बल्कि काम और समस्या का समाधान चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने आरोप लगाया कि इस बार भी उन्हें केवल आश्वासन देकर लौटा दिया गया।
बता दें कि राज्य स्तरीय पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के 24 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को पंचायती राज विभाग की निदेशक निशा उरांव से मिलकर अपनी मांगें रखी थीं। मुलाकात के बाद संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने आरोप लगाया कि इस बार भी उन्हें केवल आश्वासन देकर लौटा दिया गया।
Panchayat Sachivalaya Swayamsevak News in Hindi
निदेशक ने बताया – संचिका की फाइल सीएमओ भेजी गई
चंद्रदीप कुमार के अनुसार इस मुलाकात के दौरान निदेशक निशा उरांव ने जानकारी दी कि Panchayat Sachivalaya Swayamsevak के मामले से संबंधित संचिका की फाइल को सीएमओ भेज दिया गया है। इसलिए उनकी मांगों को जल्द ही राज्य कैबिनेट से पूरा कर दिया जाएगा।
संघ के सदस्य बार-बार आश्वासन के नाम पर छले गए हैं। इसलिए उन्हें फिलहाल किसी भी आश्वासन पर भरोसा नहीं है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने संचिका की फाइल को सीएमओ भेजे जाने की बात पर पंचायती राज विभाग की निदेशक निशा उरांव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संघ के सदस्य बार-बार आश्वासन के नाम पर छले गए हैं। इसलिए उन्हें फिलहाल किसी भी आश्वासन पर भरोसा नहीं है।
Panchayat Sachivalaya Swayamsevak Protest
‘पहले भी आश्वासनों के कारण तीन बार स्थगित हुआ है आंदोलन’
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने कहा कि पहले भी आश्वासन ही मिलते रहे हैं और इस कारण संघ ने तीन बार अपना आंदोलन स्थगित किया है। लेकिन अब तक उनकी मांगों और समस्याओं के समाधान की दिशा में सरकार की ओर से कोई ठोस पहल नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि केवल संचिका बन जाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि संचिका पर काम भी होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब तक पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ की मांगें कैबिनेट से पास नहीं हो जातीं, तब तक आंदोलन को समाप्त नहीं किया जाएगा।
Demands of Panchayat Sachivalaya Swayamsevak Sangh
क्या हैं पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ की मांगें?
बता दें कि पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री की वार्ता, स्वयंसेवकों के लिए निश्चित मानदेय लागू करने, इनकी सेवाएं नियमित करने, इन्हें पंचायती राज विभाग में समायोजित करने तथा पंचायत सचिवालय स्वयंसेवकों का नाम बदलकर पंचायत सहायक करने की मांगों को लेकर संघ के बैनर तले पिछले वर्ष 8 जुलाई से राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू हुआ था।
इस दौरान संघ के सदस्यों ने विधानसभा का घेराव, मंत्रियों के आवासों के समक्ष नंग-धड़ंग प्रदर्शन आदि के माध्यम से भी सरकार को जगाने का प्रयास किया था। इस बीच संघ के कई सदस्य बीमार भी पड़ गए थे। बाद में विभिन्न स्तरों पर आश्वासन मिलने के बाद पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ ने आंदोलन को स्थगित किया था। अब तक इस आंदोलन को 225 दिन हो चुके हैं।
इन लोगों ने की पंचायती राज विभाग की निदेशक से मुलाकात
पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ की ओर से पंचायती राज विभाग की निदेशक से मुलाकात करने वालों में प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार, सचिव युगल किशोर प्रसाद, कोषाध्यक्ष बाल गोविंद महतो, विभा रानी, गौतम कुमार कुशवाहा, अब्दुल रशीद, मिथुन, मंटू,आनंद, अनिल, गौतम झा, सूर्य मोहन, दुलाल पंडित, देवेंद्र, श्यामल गोस्वामी, बुधु मांझी, अनिल ठाकुर, पंकज पांडेय, दिलीप, रामनिवास आदि शामिल थे।
-विशेष खबर ब्यूरो
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