बड़ा आरोप – ‘सेवा की भावना से नहीं, बल्कि अपने निजी स्वार्थ के लिए हो रहा है काम!’
Ranchi Desk : रांची गौशाला न्यास समिति (Gaushala Nyas Samiti) के चुनाव से पहले ही इसे लेकर विवाद पैदा हो गया है। एक पक्ष ने चुनाव के बहिष्कार की घोषणा कर दी है। चुनाव का बहिष्कार करने वाले पक्ष ने संस्था में राजनीति और निजी स्वार्थ के साथ काम किए जाने का आरोप भी लगाया है। इस पक्ष ने न्याय और अधिकार के लिए न्यायालय जाने की बात भी कही है।
बता दें कि जल्द ही रांची गौशाला न्यास समिति का चुनाव होने वाला है। इस चुनाव से पहले ही समिति के पूर्व सचिव ज्योति बजाज एवं ललित कुमार पोद्दार ने एक प्रेस वार्ता कर समिति के आगामी चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की है।
Gaushala Nyas Samiti Ranchi
सेवा भावना नहीं, अपने स्वार्थ के लिए हो रहा है काम
महाराजा अग्रसेन भवन में आयोजित एक प्रेस वार्ता में रांची गौशाला न्यास समिति के पूर्व सचिव ज्योति बजाज एवं ललित कुमार पोद्दार ने संयुक्त रूप से बताया कि रांची गौशाला न्यास समिति रांची की सबसे पुरानी संस्था है। यह संस्था गौ वंश के संवर्धन का कार्य कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों से संस्था में राजनीति हो रही है, जिससे सेवा की भावना में कमी एवं अपने स्वार्थ के लिए कार्य शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि हमारे बड़े-बुजुर्गों ने पूरे समाज को एक परिवार के रूप में जोड़ते हुए कई संस्थाओं का बीजारोपण किया तथा एक बट वृक्ष के रूप में स्थापित किया तथा समाज के हर वर्ग को इसमें जोड़ने की कोशिश की गई।
Gaushala Nyas Samiti Election
ट्रस्ट के कुछ लोगों ने संस्था को अपनी जागीर समझ लिया
उन्होंने कहा कि इसी भावना से जुड़कर समाज के विभिन्न वर्गों के लोग तन मन धन से सेवा की भावना को रखते हुए इस संस्था से जुड़ना चाहते हैं। किंतु ट्रस्ट के कुछ लोगों ने इसे अपनी जागीर समझ लिया है तथा अपना आधिपत्य जमाए रखना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 के दौरान तत्कालीन सचिव के पास लगभग 135 लोगों ने आजीवन सदस्यता हेतु आवेदन शुल्क के साथ आवेदन फार्म जमा किया था। ट्रस्ट बोर्ड ने बैठक कर सभी आवेदनों को स्वीकृति भी प्रदान कर अपने कोषाध्यक्ष के माध्यम से सभी की आजीवन सदस्यता की रसीद काटकर सदस्यों को भेज दिया और उन्हें सदस्य नंबर भी प्रदान कर दिए गए।
Gaushala Nyas Samiti New Election
नए सदस्यों को नहीं दिया गया मतदान का अधिकार
उन्होंने आरोप लगाया कि जब वर्ष 2021 में समिति के नए चुनाव कराए जा रहे थे, तो इन नए सदस्यों का मताधिकार नहीं दिया गया और आमसभा में अपनी बात रखने आए सभी नए सदस्यों को सदस्य नहीं होने की बात कह कर सभा से निकाल दिया गया।
इससे समाज के यह 100 से अधिक लोग आहत हुए। उस समय नए सदस्यों ने पदाधिकारियों को लीगल नोटिस भी दिया और सदर अनुमंडल पदाधिकारी, रांची को लिखित में शिकायत भी दर्ज कराई। परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुआ।
Gaushala Nyas Samiti Ranchi News
आगामी चुनाव में भी नहीं मिला मताधिकार, अघोषित लोगों को बनाया सदस्य
प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि इस वर्ष पुनः 4 फरवरी, 2024 को सत्र 2023- 26 के चुनाव घोषित किए गए। जब वोटर लिस्ट जारी की गई, तो उसमें भी इन 135 ने सदस्यों का नाम नहीं था। इसके बजाय 50 अघोषित लोगों को नए सदस्य बनाकर उनका नाम इस लिस्ट में शामिल किया गया था।
इस संबंध में पुनः पीड़ित पक्ष ने कुछ समाजसेवियों के साथ सदर अनुमंडल पदाधिकारी, रांची उत्कर्ष गुप्ता के पास अपनी शिकायत दर्ज कराई और उन्होंने चैयरमेन रतन लाल जालान को मामला सुलझाने को कहा। तत्पश्चात ट्रस्ट बोर्ड एवं समाजसेवियो के साथ वार्ता हुई और चुनाव को तत्काल स्थगित करने का निर्णय हुआ।
Gaushala Nyas Samiti Controversy
वार्ता में सर्वसम्मति से निर्णय लेने का हुआ था फैसला
उन्होंने बताया कि वार्ता के दौरान इस मामले पर बैठकर सर्वसम्मति से निर्णय लेने का फैसला भी हुआ था। लेकिन उन्होंने बिना कोई निर्णय लिए पुनः 28 फरवरी, 2024 को स्थगित चुनाव को पुनः गौशाला परिसर के बाहर मोराबादी स्थित मान्या पैलेस में कराने की घोषणा की कर दी, जो सरासर गलत है।
इस संबंध में पीड़ित पक्ष ने अपने न्याय एवं हक के लिए रांची व्यवहार न्यायालय की शरण में जाने का निर्णय लिया है। न्यायालय में वाद पत्र दाखिल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गौशाला न्यास समिति में हो रही अनियमितताओं और धांधली के कारण हम दोनों चुनाव नहीं लड़ेंगे एवं पीड़ित पक्ष को न्याय नहीं देने के विरोध में 28 फरवरी को होने वाले चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
Gaushala Nyas Samiti Election News
आगामी चुनाव का बहिष्कार करने का किया आह्वान
प्रेस वार्ता में इन्होंने सभी सदस्यों से आग्रह किया कि न्यास समिति, वर्तमान पदाधिकारियों एवं ट्रस्टी के मनमाने निर्णय के विरोध में चुनाव का बहिष्कार करें। उन्होंने गौशाला न्यास समिति द्वारा बाढ़ू, बुकरू की जमीन सहित इससे संबंधित कई अनियमितताओं मामलों की भी विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर सुरेश चंद्र अग्रवाल, विनोद कुमार जैन, बेनी प्रसाद अग्रवाल, निरंजन सर्राफ, पवन पोद्दार, कौशल राजगढ़िया, पवन शर्मा, संजय सर्राफ, निर्भय शंकर हारित, अमित बजाज, विनीत जालान, अमित मुनका, सहित अन्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
-विशेष खबर ब्यूरो
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