March 12, 2025

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राहुल गांधी ने India-China Border Dispute पर बोलकर मोल ली एक नई आफत!

राहुल गांधी ने भारत-चीन सीमा विवाद पर बोलकर मोल ली एक नई आफत! रक्षा मंत्री ने किया कड़ा पलटवार

Delhi News : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में भारत-चीन सीमा विवाद (India-China Border Dispute) पर बयान देकर एक नई आफत मोल ली है। लोकसभा में दिए गए उनके बयान को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए उन्हें घेरा है।

राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता इस संवेदनशील मुद्दे पर गैर-जिम्मेदाराना राजनीति कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को इतिहास की याद दिलाते हुए 1962 के युद्ध का उल्लेख भी किया।

India-China Border Dispute Update

लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत-चीन सीमा विवाद पर दिए गए बयान को लेकर मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ा प्रहार करते हुए घेरने की कोशिश की। उन्होंने राहुल गांधी पर सेना प्रमुख के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने और संसद में झूठ बोलने का आरोप लगाया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि सेना प्रमुख के बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। उन्होंने केवल पारंपरिक गश्त में आई बाधाओं की बात की थी, जिसे हालिया समझौतों के तहत बहाल कर दिया गया है। राहुल गांधी इस संवेदनशील मुद्दे पर गैर-जिम्मेदाराना राजनीति कर रहे हैं।

Rahul Gandhi On India-China Border Dispute

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ऊपर झूठ बोलने और गैर-जिम्मेदाराना राजनीति का आरोप लगाने के बाद भी रक्षा मंत्री नहीं रुके। उन्होंने भारत और चीन के बीच हुए 1962 के युद्ध का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोला।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी को इतिहास याद दिलाते हुए कहा कि अगर किसी भारतीय क्षेत्र में चीन की घुसपैठ हुई है, तो वह अक्साई चिन में 38,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र है, जो 1962 के युद्ध के बाद चीन के कब्जे में गया था। साथ ही 1963 में पाकिस्तान ने 5,180 वर्ग किलोमीटर भारतीय भूमि को अवैध रूप से चीन को सौंप दिया था।

India-China Border Dispute Latest News

राहुल गांधी ने अपने भाषण में चीन के आक्रामक रुख और भारत की औद्योगिक क्षमता को जोड़ते हुए कहा था कि युद्ध सिर्फ सेना और हथियारों से नहीं, बल्कि औद्योगिक प्रणालियों के बीच लड़े जाते हैं। चीन का औद्योगिक तंत्र भारत की तुलना में कहीं अधिक मजबूत है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम की विफलता ने चीन को आक्रामक होने का मौका दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भले ही चीन की घुसपैठ से इनकार किया हो, लेकिन भारतीय सेना चीन के साथ लगातार बातचीत कर रही है और सेना प्रमुख ने खुद स्वीकार किया है कि चीनी सेना भारतीय सीमा में मौजूद है।

-विशेष खबर ब्यूरो


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